Igas
उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं परम्पराओं में तीज-त्योहार गहरे रचे बसे हैं। खासकर Igas बग्वाल की बात तो ही निराली है। दीपावली उत्सव को गढ़वाली में बग्वाल कहा जाता है। ज्योति…
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उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं परम्पराओं में तीज-त्योहार गहरे रचे बसे हैं। खासकर Igas बग्वाल की बात तो ही निराली है। दीपावली उत्सव को गढ़वाली में बग्वाल कहा जाता है। ज्योति…
Ancient Naula of someshwar राष्ट्रीय महत्व का प्राचीन स्मारक घोषित सोमेश्वर तहसील के स्यूनराकोट गांव में प्राचीन नौले (जल स्त्रोत) को राष्ट्रीय महत्व का प्राचीन स्मारक घोषित किया गया है।…
उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को भारत के 27 वें राज्य के रूप में हुआ था, जब इसे उत्तर प्रदेश से अलग किया गया था। हिमालय पर्वत श्रृंखला की…
पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिला अपनी संपूर्ण उत्तरी और पूर्वी सीमाएँ अंतर्राष्ट्रीय होने के कारण, एक रणनीतिक महत्व रखता है और भारत की उत्तरी सीमा के साथ एक राजनीतिक रूप से संवेदनशील…
लोककथाएं महाभारत काल के दौरान इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण उपस्थिति का वर्णन करती हैं। महाभारत द्वापर युग का है जब भगवान विष्णु ने भगवान कृष्ण के रूप में अवतार लिया…
स्कंद पुराण के अनुसार, दून केदार खंड नामक क्षेत्र का हिस्सा बना। यह तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के अंत तक अशोक के राज्य में शामिल हो गया था। इतिहास से…
उत्तराखंड के सात उत्पादों को भौगोलिक सकेंतांक (ज्योग्राफिक इंडिकेशन) प्राप्त हुआ है। इनमें कुमाऊं च्यूरा आयल, मुनस्यारी राजमा, उत्तराखंड का भोटिया दन, उत्तराखंड ऐंपण, उत्तराखंड रिंगाल क्राफ्ट, उत्तराखंड ताम्र उत्पाद…
पहाड़ में सदियों पहले बनी वो सीढ़ियांए जो दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में शुमार है उत्तराखंड में ये सीढ़िया करीब 140 साल पहले बनाई गई थीं। कहा जाता है…
जागेश्वर मंदिर जिसे जागेश्वर मंदिर या जागेश्वर घाटी मंदिर का समूह भी कहा जाता है । उत्तराखंड के हिमालयी भारतीय राज्य में अल्मोड़ा के पास 7 वीं और 14 वीं…