विजय विटुल मंदिर
15वीं शताब्दी के दौरान निर्मित Vijaya Vittal Temple भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के एक रूप भगवान विटुल (Lord Vittala) को समर्पित हैं।
- प्रसिद्व Vijaya Vittal Temple विजयनगर साम्राज्य के राजा देवराय द्वितीय (1422-1446 ई0) के शासनकाल के दौरान बनाया गया था।
- विजयनगर साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासक कृष्णदेवराय (1509-1529 ई0) के शासनकाल के दौरान Vijaya Vittal Temple के कई विभिन्न हिस्सों का विस्तार किया गया था।
- यह मंदिर द्रविड़ वास्तुकला शैली में बनाया गया है तथा तुंगभद्रा नदी के पास हम्पी के उत्तरपूर्वी भाग में स्थित है।
- मंदिर का आश्चर्य इसका प्रभावशाली वास्तुशिल्पीय स्तंभ-युक्त हॉल तथा शिला रथ है। इस हॉल में स्थित स्तंभ ग्रेनाइट से बने हैं और इनमें नक्काशीदार मूर्तिया है।
- मंदिर में एक रंग मंडप है जिसमें 56 संगीतमय स्तंभ हैं, जिन्हें सारेगामा स्तंभ के रूप में भी जाना जाता है।
हम्पी
- यह एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World) है तथा इसे ’विश्व का सबसे बड़ा ओपन-एयर संग्रहालय (World’s Largest Open-air Museum) भी कहा जाता है।
- हम्पी नगर मध्य कालीन भारत के महानतम साम्राज्यों में से एक विजयनगर साम्राज्य की राजधानी था।
- तुंगभद्रा नदी के तत्कालीन नाम ’पम्पा नदी’ के नाम पर इस पप्पा क्षेत्र भी कहा जाता है। इसके अलावा इसे किष्किंधा क्षेत्र तथा भास्कर क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है।
- विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासक कृष्णदेव राय द्वारा हम्पी नगर में बड़ी संख्या में शाही इमारतें बनवाई गई। इस अवधि में हिन्दू धार्मिक कला, वास्तुकला का अप्रत्यशित पर दोबारा उभार देखा गया।