Kamakhya Temple

Kamakhya Temple (कामाख्या मन्दिर)

असम के गुवाहटी में नीलांचल पहाड़ियों Kamakhya Temple पर स्थित है जो देवी कामाख्या को समर्पित एक हिन्दू मन्दिर है।

  • कामाख्या 51 शक्ति पीठों या शक्ति पंथ के अनुयायियों के लिये पवित्र स्थलों में से एक है, जिनमें से प्रत्येक भगवान शिव की संगिनी सती के शरीर के अंग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • असम में मान्यता है कि यह मन्दिर राक्षस राजा नरकासुर द्वारा बनाया गया था, लेकिन इस मन्दिर से सम्बन्धित अभिलेख वर्ष 1565 से उपलब्ध हैं, तब कूचविहार के राजा नरनारायण ने इस मन्दिर का पुनर्निमाण किया था।

अम्बुबाची मेला

असम के Kamakhya Temple में अम्बुबाची मेला का आयोजन किया जाता है। तन्त्र पूजा के केन्द्र इस मन्दिर में देवी के मासिक धर्म को  चिन्हित करने के लिए यह मेला चार दिवसीय मेले के रूप में वार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है।

  • इस त्योहार की अवधि के दौरान सभी कृषि कार्य जैसे बुवाई, जुताई, खुदाई और फसलों की रोपाई निषिद्ध होती है। इस समय भक्त पके हुए भोजन से परहेज करते हैं।
  • असम में लड़कियों के नारीत्व की प्राप्ति को तुलोनी बिया नामक एक रस्म के साथ मनाया जाता है। तुलोनी बिया का अर्थ होता है छोटी शादी।
  • मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता को बढ़ावा देने के अवसर के रूप में भी यह मेला कार्य करता है।

यह भी पढ़े The Ahom Kingdom

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version