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Talamaddale (तालामड्डल कला)
Talamaddale दक्षिण भारत में कर्नाटक करावली और केरल के तटीय मलनाड क्षेत्रों में प्रचलित नृत्यकला का एक प्राचीन रूप है। इसके अन्तर्गत सम्वाद प्रदर्शन का आयोजन किया जाता है। यह यक्षगान प्रदर्शन का ही एक प्रकार है। यक्षगान प्रदर्शन (Yakshagana performance) के विपरीत, पारंपरिक तालामड्डल कला प्रदर्शन में, कलाकार बिना किसी वेशभूषा के एक जगह पर बैठकर चुन हुऐ एपिसोड पर अपने वतृत्व कौशल (ortory skills) प्रदर्शन करते है।
- आमतौर पर ’Talamaddale’ में किसी भी वेशभूषा या नृत्य कला के बिना बोलकर प्रदर्शन किया जाता है। इस प्रकार यह कला का एक ऐसा रूप है जो नृत्य, वेशभूषा और मंच के बिना होता हैं।
- इसमें प्रदर्शन का कथानक तथा विषय लोकप्रिय पौराणिक कथाओं से लिया जाता है। प्रदर्शन के दौरान कलाकार मंच पर एक स्थान पर हास-परिहास, व्यंग्य तथा दर्शन इत्यादि का प्रयोग किया जाता है।
- यद्यपि यक्षगान नृत्य तथा Talamaddale नृत्य दोनों में संगीत एवं कथानक की समानता होती है किन्तु Talamaddale कला में केवल संवादों का प्रयोग किया जाता है जबकि यक्षगान कला में कलाकार विशिष्ट वेश-भूषा धारण करके नृत्य का प्रदर्शन किया जाता है।
Talamaddale कला का वर्चुअल प्रदर्शन
कोविड-19 के कारण ’तालामड्डल (Talamaddale) पारंपरिक कला का एक प्रदर्शन सोशल मीडिया पर 13 जून, 2020 को लाइव स्ट्रीम किया गया। Talamaddale की पांरपरिक कला यक्षगान प्रदर्शन (Yakshagana theatre) का ही एक रूप है।
- लाइव स्ट्रीम में कर्नाटक के उडुपी से वासुदेव रंग भट ने राम की भूमिका निभाई, जबकि अमेरिका के कैलिफोर्निया से श्रीपद हेगड़े ने लक्ष्मण की भूमिका निभाई। कुछ अन्य कलाकारों ने लाइव स्ट्रीम के जरिये ही मैसूरू एवं येलापुर से प्रदर्शन किया।
- रामायण का ’पादुका प्रधान’ (Paduka Pradhana) शीर्षक वाला एपिसोड वर्चुअल मीटिंग ऐप के द्वारा दो घंटे से अधिक समय तक यूटयूब और फेसबुक पर लाइव स्ट्रीम किया गया।
- इस कला का आयोजन ’सनातन यक्ष रंग सांस्कृतिक केंद्र (Sanathana Yaksha Ranga Cultural Centre) तथा ’उत्तरी कैलिफौर्निरूा हव्यका समूह’ (Northern California Havyaka Group) द्वारा किया गया।
- हालांिक कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण विभिन्न कलाकार अब डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया के जरिये प्रदर्शन कर रहे हैं।
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