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बोहाग बिहू उत्सव
- Bohag Bihu, जिसे रोंगाली बिहू (Rongali Bihu) के नाम से भी जाना जाता है, अप्रैल के मध्य (14-15 अप्रैल) में मनाया जाता है और हिन्दू कैलेन्डर के असमिया नव वर्ष की शुरूआत का प्रतीक है।
- बिहू शब्द संस्कृत शब्द बिशु से लिया गया है जिसका अर्थ है कटाई में मौसम के दौरान देवताओं से आशीर्वाद और समृद्धि की मांग। बोहाग या रोंगाली बिहू असमिया समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है।
असम का फसल उत्सव Bohag Bihu
- Bohag Bihu असम का फसल उत्सव है जो असमिया नव वर्ष की शुरूआत का प्रतीक है।
- यह हर साल अप्रैल के दूसरे सप्ताह में पड़ता है, जो फसल की अवधि की शुरूआत का प्रतीक है।
- बोहाग बिहू त्योहार का महत्व विशुद्ध रूप् से कृषि के सम्बन्ध में है।
- यह विशिष्ट त्योहार असम की संस्कृति का जीता-जागता प्रतीक है।
- यह पूरे राज्य में अत्यधिक उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि असम में बिहू तीन प्रकार का होता है-
1- रोंगाली या Bohag Bihu (खुशी का उत्सव)
2- कोंगाली या कटी बिहू (भोजन की कमी का उत्सव)
3 – भोगली या माघ बिहू (दावत का उत्सव)