भारत में कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना
- मानवेन्द नाथ राय (नरेन्द नाथ भट्टाचार्य) ने सोवियत संघ की यात्रा कर रूसी कम्युनिस्ट पार्टी से सम्बन्ध स्थापित किया ।
- अक्टूबर, 1920 में मानवेन्द नाथ ने ताशकन्द में ‘भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी’ की स्थापना की।
- भारत में साम्यवादी पार्टी की स्थापना की दिशा में प्रयासत नेताओं को 1924 में सरकार ने गिरपतार कर उन पर कानपुर षड्यंत्र केस के अन्तर्गत मुकदमा चलाया।
- 27 दिसम्बर, 1925 को कानपुर में सत्यभत्क के नेतृत्व में ‘अखिल भारतीय साम्यवादी दल’ का गठन हुआ।
- लेबर स्वराज्य पार्टी नाम से भारत की पहली मजदूर किसान पार्टी की स्थापना बंगाल में की गई।
- मजदूरों, किसानों तथा अन्य श्रमजीवी वर्ग में ंबढ़ रहे साम्यवादी प्रभाव को समाप्त करने के उदेश्य सक सरकार नक 1928 में पब्लिक सेफ्टी बिल पेश किया।
- पब्लिक सेफ्टी िबल के कानून बनने पर 1929 में लगभग 31 साम्यवादी नेताओं को गिरफ्तार कर सरकार ने उन पर मेरठ षड्यंत्र केस के अन्तर्गत मुकदमा चलाया।
- 1929 में मेरठ षड्यंत्र केस के अन्तर्गत जिन पर मुकदमा चलाया गया उनमें तीन ब्रिटिश नागरिक फिलि स्प्रेट, बने बै्रडले, लेस्टर हचिन्सन भी शामिल थे।
- मेरठ षड्यंत्र केस में फंसे अभियुत्कों को बचाने के लिए राष्ट्रावादी नेता जवाहर लाल नेहरू एम0 ए0 अंसारी, कैलाश नाथ काटजू, एम0सी0 छालगा आदि ने पैरवी की।
- अक्टूबर, 1934 में कांग्रेस समाजवादी दल गठनकांग्रेस के भीतर हुआ। इस दल के प्रमुख सदस्य-जय प्रकाश नारायण, आचार्य नरेन्द्र देव अच्युत पटवर्धन, आशोक मेहता, मीनू मसानी, डॉ0 राम मनोहर लाहिया कमलादेवी चट्टोपाध्याय, गंगा शरण सिंह, युसुफ मेहराले आदि थे।
- समाजवाद ही क्यों नामक पुस्तक की रचना जयप्रकाश नारायण तथा समाजवाद एवं राष्ट्रीय आंदोलन नामक पुस्तक की रचना नरेन्द्र देव ने किया।
- भारतीय बोल्शेविक दल की स्थापना 1939 में बंगाल में कई, इस दल के संस्थापक सदस्य थे, मजदूर नेता एच0 दत्त मजूमदार, अजीत राय, शिशिर राय तथा विश्वनाथ दूबे।
- 1937 में मानवेन्द्र नाथ राय ने ‘लीग ऑफ रेडिकल कांग्रेस मैन’ तथा सौम्येन्द्रनाथ टैगोर ने ‘का्रंतिकारी साम्यवादी दल’’ की स्थापना की।