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Time, Speed and Distance
- दूरी = चाल/समय
- चाल =दूरी/समय
- समय = दूरी/चाल
- किमी0/घंटा को मी0/से0 में बदलने के लिए दिये गये चाल में 5/18 से गुणा किया जाता है।
- मी0/से0 को किमी0/घंटा में बदलने के लिए दिये गये चाल में 18/5 से गुणा किया जाता है।
- यदि दो वस्तुओं के चालों में x : y का अनुपात हो तो इनके द्वारा बराबर दूरी तय करने में लगे समय का अनुपात y : x होगा।
- यदि कोेई रेलगाड़ी किसी खम्भे को या किसी खड़े हुए व्यक्ति को पार करती है, तो इन्हें पार करने में जो समय लगता है वह केवल रेलगाड़ी की अपनी लम्बाई पार करने में लगे समय के बराबर होता है,
यदि a मी0 लम्बी रेलगाड़ी x मी0/से0 की गति से एक खम्भे को t से0 में पार करती है तो t = a/x से0
- यदि कोेई रेलगाड़ी किसी लम्बी स्थिर वस्तु, जैसे प्लेटफार्म, पुल या सुरंग को पार करती है तो इन्हें पार करने में लगा समय उस रेलगाड़ी की अपनी लम्बाई तथा उस वस्तु की लम्बाई दोनों को पार करने में लगे समय के बराबर होता है, यदि a मी0 लम्बी एक रेलगाड़ी b मी0 लम्बे प्लेटफॉर्म को x मी0/से0 की गति से t से0 में पार कर जाती है, तो t = (a+b)/x से0
- यदि दो रेलगाड़ियाँ क्रमशः x मी0/से0 तथा y मी0/से0 से एक ही दिशा में गतिमान हों, तो उनकी आपेक्षिक चाल = (x-y) मी0/से0 (जहाँ x>y)।
- यदि दो रेलगाड़ियाँ क्रमशः x मी0/से0 तथा y मी0/से0 से एक दूसरे के विपरीत दिशा में गतिमान हों, तो उनकी आपेक्षिक चाल = (x + y) मी0/से0।
- a मी0 और b मी0 लम्बी दो रेलगाड़िया की चाल क्रमशः x मी0/से0 तथा y मी0/से0 हो तो
(1) यदि, दोनों रेलगाड़िया विपरीत दिशाओं में गतिमान हों, तो एक दूसरे को पार करने में लगा समय t= (a+b)/(x+y) प्रति/से0
(2) यदि, दोनों रेलगाड़िया एक ही दिशा में गतिमान हों, तो तेज गति वाली रेलगाड़ी द्वारा धीमी गति वाली रेलगाड़ी को पार करने में लगा समय t= (a+b)/(x-y) प्रति/से0 (जहाँ x>y)
- a मी0 लम्बी रेलगाड़ी द्वारा जिसकी गति x मी0/से0 है, उसी दिशा में y मी0/से0 की गति से गतिमान एक व्यक्ति को पार करने में लगा समय t= a/(x-y) से0
- a मी लम्बी रेलगाड़ी द्वारा जिसकी गति x मी0/से0 है, विपरीत दिशा में y मी0/से0 की गति से गतिमान एक व्यक्ति को पार करने में लगा समय t= a/(x+y) से0
- सापेक्षिक चाल- जब दो रेलगाड़िया अलग-अलग पटरियों पर एक ही दिशा में या विपरीत दिशा में गतिमान हों तो तेज चलने वाली रेलगाड़ी का धीरे चलने वाली रेलगाड़ी के साथ इकाई समय में विस्थापन, सापेक्षिक चाल कहलाती है।
- यदि दो गतिशील पिण्ड एक ही दिशा में गतिमान हों तो सापेक्षिक चाल उनकी चालों के अन्तर के बराबर होता है।
- यदि दो गतिशील पिण्ड एक-दूसरे के विपरीत दिशाओं में गतिमान हों तो सापेक्षिक चाल उनकी चालों के योग के बराबर होता है।