Category: Tarnetar ne re ame mede gyata (तर्णेतर ने रे अमे मेड़े ग्याता)

तर्णेतर ने रे अमे मेड़े ग्याता

तर्णेतर ने रे अमे मेड़े ग्याता–नीलम कुलश्रेष्ठ, वनिका प्रकाशन, बीकानेर। गुजरात सदैव चर्चा के केन्द्र में रहा है। नीलम आगरा की होकर भी पूर्णतः गुजराती हैं। वहां के जीवन समाज…

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