Shital Sasthi (शीतल षष्ठी)
ओडिशा राज्य में पवित्र हिन्दू त्योहार Shital Sasthi (शीतल षष्ठी) को बडे़ धूमधाम से मनाया जाता है। एक सप्ताह तक चलने वाले इस उत्सव में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह को एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। राज्य के सम्बलपुर शहर में यह त्योहार हिन्दू कैलेन्डर के अनुसार ज्येष्ठ महीने के छठे दिन शुक्ल पक्ष के दौरान मनाया जाता है।
- यहा के लोगों का मानना है कि जहाँ भगवान शिव अत्यधिक गर्मी का प्रतिनिधित्व करते हैं, वही देवी पार्वती बारिश का प्रतीक है। इसलिए अच्छे मानसून के आगमन के लिए यह त्योहार मनाया जाता है।
- दो परिवारेां द्वारा Shital Sasthi उत्सव में भगवान शिव और देवी पार्वती को गोद लिया जाता है। भगवान शिव और पार्वती को विवाह सम्पन्न होने के बाद एक बारात के माध्यम से सम्बलपुर शहर के चारों ओर ले जाया जाता है।
- एक सप्ताह तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान देश के अन्य राज्यों से भी बडी मात्रा में भक्त ओडिशा राज्य के सम्बलपुर में आयोजित सबसे प्रसिद्ध शीतल षष्ठी यात्रा में भाग लेते हैं।
- ओडिशा राज्य में यह त्योहार अब आमतौर पर एक भव्य कार्निवल के रूप में मनाया जाने लगा है। जिसमें विभिन्न राज्यों के कलाकार तथा व्यक्ति एक साथ आते हैं और समारोह में भाग लेते हैं।
- लोक संगीत, नृत्य और ऐसे अन्य ऐसे कार्यक्रम इस उत्सव के मुख्य आकर्षण होते हैं।
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