Table of Contents
Baikho Festival
असम में मुख्य रूप से राभा जनजाति समुदाय द्वारा Baikho Festival (बैखो त्योहार) मनाया जाता है। यह त्योहार इस राज्य में प्रति वर्ष मनाया जाता है।
- Baikho Festival अधिक मात्रा में फसल के उत्पादन लिये प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इसे अच्छी फसल के उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है।
- असम में अनुष्ठानों, रीति रिवाजों और उल्लास के जीवन्त एवं पवित्र रंग इस त्योहार के दिन देखे जाते हैं।
- इस त्योहार के दौरान राभा जनजाति द्वारा बुरी आत्माओं को दूर भगाने, अपने समुदाय में सद्भावना लाने और पर्याप्त बारिश के लिए विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान किये जाते हैं।
- राभा जनजाति के लोग मध्यान्ह में विभिन्न प्रकार के पारम्परिक पोशाक पहनते हैं और ढोल की थाप तथा स्थानीय वाद्यय यन्त्र पर नृत्य करते हैं। पुजारी संध्याकाल में सूरज डूबने के बाद फसल के देवता की पूजा करते हैं।
राभा जनजाति
- असम राज्य में निवास करने वाली राभा जनजाति एक तिब्बती बर्मन समुदाय से सम्बन्धित जनजाति है। ये लोग असम में गारो पहाड़िया और पश्चिम बंगाल के दुआर क्षेत्र में निवास करते हैं।
- राभा जनजाति अन्य जनजातियों की तरह एक कृषि आधारित समुदाय है। असम में राभा जनजाति के अलावा कार्बी, मिरि बोडो, कचारी तथा मिश्मी आदि जनजातियां निवास करती है।
यह भी पढ़े शीतल षष्ठी