प्राचीन भारतीय इतिहास के स्त्रोत
इतिहासकार एक वैज्ञानिक की भॉति उपलब्ध सामग्री की समीक्षा कर अतीत का सही चित्र प्रस्तुत करने का प्रयास करता है। उसके लिए साहित्यिक साधन, पुरातात्विक साधन और विदेशियों के वर्णन…
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इतिहासकार एक वैज्ञानिक की भॉति उपलब्ध सामग्री की समीक्षा कर अतीत का सही चित्र प्रस्तुत करने का प्रयास करता है। उसके लिए साहित्यिक साधन, पुरातात्विक साधन और विदेशियों के वर्णन…
किसी भी किताब की तुलना किसी दूसरी किताब से हो ही नहीं सकती है। हम समानता की बात तो कर सकते हैं। यह साम्य सही हो जरूरी नहीं है। दो…
गुलाबी नदी की मछलियां-सिनीवाली, अन्तिका प्रकाशन, गाजियाबाद हिन्दी कहानी में सिनी की दस्तक देर से, मगर दुरूस्त है। समाज का यथार्थ चित्रण करती कहानियां वक्त की नब्ज पकड़कर लोक के…
ताले में शहर-मीरा कान्त, हिन्द युग्म, नोएडा इत्मीनान की चादर ओढ़कर, कांधे पर सुकून का पट्टा लपेटकर, माथे के शिकन को फैलाकर मिथक के द्वार से इतिहास की गलियों में…
उषा राय मानवीय बोध, सरोकार, सहजता, सचेतन और दिग्दर्शक की शैली की कथारचक हैं। शीर्षक कहानी हवेली (Haveli) जर्जर हवेली का किस्सा नहीं है वस्तुतः उसकी उपस्थिति के बरक्स मानवीय…
तर्णेतर ने रे अमे मेड़े ग्याता–नीलम कुलश्रेष्ठ, वनिका प्रकाशन, बीकानेर। गुजरात सदैव चर्चा के केन्द्र में रहा है। नीलम आगरा की होकर भी पूर्णतः गुजराती हैं। वहां के जीवन समाज…
अयातित अतिथि और अन्य कहानियां–जमुना बीनी, समय साक्ष्य, देहरादून अरूणाचल प्रदेश में साहित्य में प्रमुख स्थान रखने वाली डा0 जमुना बीनी हिन्दी साहित्य में पुख्ता व बड़ी दखल के साथ…
सोफिया–मनीषा कुलश्रेष्ठ, सामयिक प्रकाशन, नई दिल्ली और कलर ऑफ लव-वन्दना गुप्ता, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली उपन्यास समाजिक एवं मनोवैज्ञानिक प्रभाव दर्शाते हैं। बीमारिया प्रकृति प्रदत्त होती हैं, विकृतियां मानसिक व…
तिराहे पर तीन–रजनी गुप्ता, राजपाल, नई दिल्ली भूमण्डल के विस्तृत नभ में स्त्री जीवन त्रासदियों की विविध पगडंडियों पर कठोर व कड़वे अनुभाकाश में उड़ान भरते हुए यात्राओं के पहाड़…
तीसा -नंदनी अग्रवाल, प्रभात प्रकाशन, नई दिल्ली हिन्दी के कथा परिदृश्य में यथार्थवादी, परिकल्पना, नवोन्मेषी परम्परा का विस्तार करते हुए नन्दिनी अग्रवाल ने इतिहास में आलोक में वर्तमान के जादू…